अगर शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की थी, और आर्यभट्ट का जन्म कलयुग में हुआ, तो उससे पहले रावण के 10 सर की गिनती किसने की थी??

गणित से परेशान एक विद्यार्थी गुरु जी से :

"अगर शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की थी,

और

आर्यभट्ट का जन्म कलयुग में हुआ,

तो उससे पहले 100 कौरव और रावण के 10 सर की
गिनती किसने की थी??"

point to be noted..😂

गुरु जी अवकाश लेकर उत्तर की खोज में भटक रहे हैं
😜😜😜😜😜😜
: 😜 😛 😆 😝

इसका जवाब है विज्ञान की दो क्रियाएँ हैं एक खोज (डिस्कवर ) दूसरी आविष्कार (एक्सपेरिमेंट) । खोज उसे कहते हैं जो पहले से विद्यमान हो बाद में खो गयी हो और फिर उसे ढूढा जाए उसे खोज कहते हैं । आविष्कार उसे कहते हैं जो विद्यमान नहीं है और उसे अलग अलग पदार्थों से बनाया जाए वो आविष्कार है ।।

अब शून्य और अंको की खोज आर्यभट्ट ने की न कि आविष्कार किया इसका प्रमाण सिंधु -सरस्वती सभ्यता (हड़प्पा की सभ्यता) जो की १७५० ई पू तक विलुप्त हो चुकी थी में अंको की गणना स्पष्ट रूप से अंकित है।